एक कम्प्यूटराइज्ड टोमोग्राफी(CT ) एक्स-रे की तुलना में शरीर के अंदरूनी भागों की विस्तार से तस्वीरें देता है। सीटी स्कैन कई एंगल्स से ली गई एक्स-रे तस्वीरों को हाई-स्पीड से जोड़ता है और शरीर के अंदर हड्डियों, बल्ड वेसल्स और सॉफ़्ट टिशूज़ की तस्वीरों को बनाने के लिए सीटी-स्कैन का उपयोग किया जाता है।
सीटी-स्कैन की तस्वीरों को 3D तस्वीरों में भी बदला जा सकता है। यह किसी भी प्रकार के कैंसर और मेडिकल प्रोब्लेम्स का पता लगाने का सबसे बेहतर तरीका है।
सीटी-स्कैन एक नॉन-इनवेसिव और बिना दर्द होने वाला टेस्ट है। पूरे शरीर का सीटी-स्कैन मात्र आधे घंटे में हो जाता है। इस टेस्ट के लिए आपको एक आउटपेशेंट माना जाता है। किसी मरीज की बीमारी के हिसाब के शरीर के एक भाग का भी सीटी-स्कैन किया जा सकता है।
आपको एक टेबल पर लिटाया जाएगा और फिर एक मोटर से चलने वाली मशीन में धकेल दिया जाएगा। इससे आपको कोई दिक्कत नहीं होगी। जब सीटी-स्कैन हो रहा हो तब आपको हिलना-डुलना नहीं होता है। टेक्नीशियन आपको इस दौरान कई बार अपनी सांस रोकने के लिए कह सकता है।
कम्प्यूटराइज्ड मशीनें आपके शरीर या शरीर के हिस्सों को स्कैन कर लेंगी।
कोई भी ज्वेलरी, मेटल या बेल्ट ना पहनें। आपको डेन्चर, हीयरिंग एड्स और बालों की क्लिप्स हटानी होगी। जब आप सीटी-स्कैन की मशीन से गुजरेंगे तो आपको एक गाउन पहनाया जाएगा।
सीटी-स्कैन से पहले डॉक्टर्स आपको यह बतायेंगे कि आपको कितने टाइम तक फास्टिंग करनी है।
अगर आप कोई दवा ले रहे हैं या कोई चोट ठीक नहीं हुई है तो डॉक्टर को इसके बारे में बताएं।
• अगर आप दिल की बीमारी, डायबिटीज, किडनी की बीमारी या थायरॉयड की दिक्कत है तो अपने डॉक्टर को बताएं और दवा भी साथ ले जाएं।
अगर आप गर्भवती है या गर्भधारण की संभावना है तो डॉक्टर को बताएं। रेडिएशन से बच्चों में बर्थ डिफेक्ट हो सकते हैं।
अगर आपको कोई एलर्जी भी है तो डॉक्टर को बताएं।
सीटी-स्कैन के नुकसान से ज़्यादा फायदे हैं। सीटी-स्कैन से कोई गंभीर खतरा नहीं होता है। स्कैन के बाद शरीर में कोई रेडिएशन नहीं रहता है।
रेडियोलॉजिस्ट द्वारा तस्वीरों का विश्लेषण करने के बाद एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी जो आपको 24 घंटे बाद दी जाती है।