आपका एक कदम आपको सर्वाइकल कैंसर-एचपीवी टेस्टिंग से बचा सकता है।
सभी महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर का खतरा होता है। सर्वाइकल कैंसर के करीब-करीब हर मामले को एचपीवी (HPV) संक्रमण से लिंक किया जा सकता है। यह आम तौर पर जननांग में मस्सा, असामान्य सर्वाइकल कोशिकाएं या गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर का कारण बनता है। अगर समय रहते इसका पता नहीं चले तो यह जानलेवा भी हो सकता है।
अगर आप लगातार टेस्ट करवाते हैं तो प्री-स्टेज कैंसर में ही अच्छा ट्रीटमेंट हो सकता है और आप जल्दी ठीक भी हो सकते हैं।
करियर कैंसर रिसर्च सेंटर में हम कैंसर को फैलने से रोकने के लिए पहले जाँच और डायग्रोसिस करते हैं ताकि आपको एक स्वस्थ एवं खुशहाल जीवन मिल सके।
एक आसान और बिना दर्द का टेस्ट आपको पूरी जिंदगी के दर्द से बचा सकता है। जानिए कैसे होते हैं सर्वाइकल कैंसर के लक्षण।
करियर कैंसर रिसर्च सेंटर हर व्यक्ति को एक अलग केस के रूप में देखता है और उन्हें पर्सनल व इमोश्नल सपोर्ट देने के लिए समर्पित रहता है। डॉक्टरों, नर्सों, जेनेटिक काउंसलर और दूसरे कई मेडिकल प्रोफेशनल मिलकर काम करते हैं। बेस्ट ऑन्कोलॉजिस्ट का एक पैनल हर केस का विस्तार से अध्ययन करता है और उन मरीजों का ट्रीटमेंट करता है।
करियर कैंसर रिसर्च सेंटर के अनुभवी डॉक्टर और नर्स इस टेस्ट को बिना किसी दर्द के करते हैं। इस पूरी प्रक्रिया में महज कुछ मिनट ही लगते हैं और डॉक्टर्स आपको इसकी पूरी प्रोसेस बताएंगे।
सबसे पहले यह ध्यान रखें की इस टेस्ट में कोई दर्द नहीं होता है और इसके बारे में कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है।
एक पॉजिटिव रिपोर्ट का मतलब यह नहीं है कि आपको सर्वाइकल कैंसर है। इसका अर्थ यह है कि संक्रमण के कैंसर में बदलने की संभावना बहुत अधिक है। करियर कैंसर रिसर्च सेंटर के समर्पित डॉक्टर्स आपकी जाँच करेंगे और संक्रमण को कम करने में आपकी पूरी मदद करेंगे। इसलिए सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए नियमित समय पर जाँच जरूरी है।